आजमगढ़: सात वर्षीय मासूम की निर्मम हत्या से दहला शहर, पड़ोसी आरोपित पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार

Trend Yatra
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आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना में सात वर्षीय मासूम साजेब आलम की निर्मम हत्या कर दी गई। पठान टोला के रहने वाले साजेब का शव पड़ोसी के घर के पीछे एक बोरी में लटका मिला, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।

  1. 7 वर्षीय साजेब की हत्या, शव बरामद |
  2. पड़ोसी शैलेन्द्र और राजा निगम गिरफ्तार |
  3. मुठभेड़ में पुलिस ने किया गिरफ्तार |

घटना का विवरण

गुरुवार सुबह लगभग 10:30 बजे रामलीला मैदान के पास स्थित अपने घर के पास से खेलते हुए साजेब लापता हो गया था। परिवार ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज में साजेब शाम साढ़े पांच बजे तक मेले में झूले के पास दिखाई दिया था, उसके बाद उसका कोई अता-पता नहीं था।

परिवार की शिकायत पर भी पुलिस ने टालमटोल किया। अगले दिन सुबह, मोहल्ले के लोगों ने परिवार को सूचित किया कि पड़ोसी शैलेन्द्र उर्फ मन्टू निगम के घर के पीछे एक पेड़ पर बोरी में बच्चे का शव लटका हुआ मिला है।

हत्या के पीछे का कारण

प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पीड़ित परिवार और आरोपित के बीच जमीन विवाद था। साजेब की मां जास्मीन खातून का कहना है कि आरोपित पड़ोसी अक्सर उनके बेटे को टॉफी और चॉकलेट का लालच देकर अपने पास बुलाता था। इसी बहाने उसने बच्चे को फुसलाया और फिर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस आरोपित के घर की छत पर मिले खून के छींटों की जांच कर रही है। इसके अलावा, पुलिस फिरौती के एंगल से भी मामले की जांच कर रही है, हालांकि अभी तक इस संबंध में कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं।

आरोपितों की गिरफ्तारी

पुलिस ने स्वजन की तहरीर पर शैलेन्द्र कुमार निगम उर्फ मन्टू और उसके भाई राजा निगम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। देर रात इटौरा के पास डेंटल कॉलेज के पास पुलिस और आरोपितों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों आरोपित घायल हुए और गिरफ्तार कर लिए गए। पुलिस ने आरोपितों से दो कट्टा और गोलियां भी बरामद की हैं।

दोनों आरोपितों को मुठभेड़ में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साक्ष्य संकलन व जांच में वैज्ञानिक तरीकों का भी अपनाया जा रहा है। पूरे प्रकरण की न्यायालय में फास्ट ट्रैक ट्रायल भी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। - डा. अनिल कुमार, एसपी।

परिवार की मांग

मृतक के परिजन आरोपितों के मकान को गिराने की मांग कर रहे हैं और कह रहे हैं कि जब तक ऐसा नहीं होगा, वे बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती कर दी गई है।

साजेब अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था और न्यू एरा पब्लिक स्कूल में पहली कक्षा का छात्र था। शिक्षकों के अनुसार, वह पढ़ाई में काफी होनहार था।

पुलिस अधिकारियों का बयान

एसपी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि दोनों आरोपितों को मुठभेड़ में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य संकलन और जांच में वैज्ञानिक तरीकों का प्रयोग किया जा रहा है। पूरे मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराई जाएगी ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।

डीआईजी सुनील कुमार ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवार को निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसपी अनिल कुमार, एएसपी ग्रामीण चिराग जैन, सीओ सिटी शुभम तोदी, सीओ सदर आस्था जायसवाल और एसडीएम सदर नरेंद्र कुमार गंगवार भी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत करने का प्रयास किया।

इस दुखद घटना से पूरा आजमगढ़ शहर स्तब्ध है और न्याय की मांग कर रहा है।

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